एक कवि scientist जब किसी के इश्क में डूब जाये
तो वो अपने महबूब को इस तरह का प्रेम पत्र लिखता है:
प्रिये, तुम मेरे Blackhole नुमा जीवन में L.E.D की तरह प्रकाश लेकर आई हो,
प्रियवर , East हो West ,
तुम हो मेरी जिन्दगी की guest,
Chemistry, Physics, E.D. और Maths,
तुम्हारी नशीली Optical Lens जैसी आंखें,
मुझे बिन पिए नशा करा देती हैं,
तुम्हारी synthetic fibre जैसी काली घनी जुल्फें,
मेरे दिमाग के circuit अन्दर तक हिला देती हैं.
और तुम्हारी खनकती , चहकती आवाज़ मुझे Dolby DTS का एहसास कराती हैं.
मुझे कसम है Einstien और Newton की,
अगर तुम किसी और की हुई,
तो में उसकी bisection कर दूंगा,
खुद Differentiate होकर ,
तुम्हरे दिल की Integration कर दूंगा.
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