Sunday, July 10, 2011

गणित

गणित , उफ़ यह गणित,

यह कैसा है विषय.
मास्टरों ने कितने वर्ष हमे गणित सिखाया,
अपना कितना सर खपाया,
फिर भी हमे यह गणित समझ में ना आया.

एक बार हमारा परीक्षा परिणाम आया ,
हमने खुद को गणित में फेल पाया,
इसे देख कर हमारा सर चकराया,
अरे हमने तो प्रशन पत्र ठीक किया था,
पता नहीं मास्टरजी के दिमाग में क्या आया,
जो उन्होंने इतना बड़ा शुन्य हमारी उत्तर पुस्तिका पे बनाया.

अब आप ही हमारी उत्तर पुस्तिका पर नजर डालिए और बताइए की मैंने जो लिखा क्या वो गलत था?

पहला प्रश्न: एक दुकानदार १ रुपये और २० पैसे प्रति गज के हिसाब से कपडा बेचता है,
और उसका एक गज है एक इंच छोटा,
तो बताइए की उसे कितना हुआ मुनाफा?
जरा देखिये, यह हिसाब भी में ही लगाऊंगा,
में तो ऐसा पता चलते ही पुलिस को बताऊंगा.
वह ही उससे उगाल्वाएगी,
कितना लाभ हुआ कितनी हानि, यह वही हिसाब लगाएगी .

दूसरा प्रश्न: ४२०/२० को संक्षेप करें.
संक्षेप अर्थात काटम काट ,
आपने कैसे सोचा में किसी को काट दूंगा,
अहिंसा का परम भक्त हूँ,
किसी को काटने की बजाये पड़ी लिखी ही त्याग दूंगा.

तीसरा प्रश्न: २ gallon शराब में कितना पानी मिलाएं की वो ३.५ gallon हो जाये?
छी छी एक तो शराब और उसमे भी मिलावट,
मैं तो इसे हाथ भी नि लगाऊंगा ,
इस प्रशन का उत्तर देना तो दूर,
ऐसे प्रश्न डालने के लिए University पर मुकदमा दायर करवाऊंगा.

चोथा प्रशन: एक तेल लगे बांस पर एक बन्दर प्रति मिनट १० फूट चढ़ता है,
दुसरे मैं ५ फूट गिरता है,
बताओ वह ५० फूट ऊँचे बांस पर कितने मिनट मैं चढ़ेगा?
वह तेल लगे बांस पर चढ़ा कर बन्दर की जान लेंगे,
नहीं तो आप खुद ही चढ़ कर देख लो,
अगर आप चढ़ गए तो हम आपको अपना गुरु मान लेंगे.

पांचवा प्रशन : एक मुर्गी मीनार पर इस तरह बैठी है की उसका मुह पूर्व की तरफ है,
और पूँछ पश्चिम की तरफ, बताइए की वो अंडा किस तरफ देगी?
अब जरा देखिये, मुर्गी क्या पागल है,
जो मीनार पे अंडा देगी,
अगर उसे और कोई और नहीं मिलता तो ,
आप पूछ कर देखिये, आपके घर वो जरुर आश्रय ले लेगी.

मैंने इस प्रकार से प्रशन पत्र हल किया ,
और ५ मिनट मैं परीक्षा कक्ष से चल दिया.
मैंने तो ईमानदारी से प्रश्नों का उत्तर दिया,
पर मास्टर जी को मेरे उत्तरों का तात्पर्य 
समझ मैं नहीं आया , जो उन्होंने मुझे इतना बड़ा शुन्य  दिया.

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