Monday, July 11, 2011

Backbenchers

हम हैं Backbenchers,
हमारी अपनी शान है,
हमारी capabilities से तो दुनिया हैरान है,
कक्षा में हम देर से आते,
हम से तो शिक्षक भी परेशान हैं,
कभी हम कागज के जहाज उड़ाते,
कभी teachers पे सीटीआन बजाते,
कैंटीन हमारा मंदिर है,
और ciggeratte का खोखा हमारा जहान है.
हम हैं Backbenchers,
हमारी अपनी शान है,

शहर में कोई फिल्म लगे,
हम सबसे पहले उसे देखने जाते हैं,
वापिस आकर हम फिर पिछली बेंच पर बैठते हैं,
और उस फिल्म पर टिप्पणिया उठाते हैं.
कभी कभी मुझे अपने intelligent मित्रगनो की 
बेवकूफी पर हंसी आती है,
जो पूरी फीस भर कर Lower stall में बैठते हैं,
और हम उतनी ही फीस में Balcony का आनंद उठाते हैं.
हम हैं Backbenchers,
हमारी अपनी शान है,
 

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